#shorts | रहीम के दोहे | जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग। RAHIM KE DOHE |

रहीम के दोहे जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग। चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग।।
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