JAY JAY KEDARA | OFFICIAL MUSIC VIDEO | INDIA’S BIGGEST MUSICAL COLLABORATION EVER | KAILASH KHER

Kailasa Entertainment Private Limited and Kailasa Records proudly present “Jay Jay Kedara“, a Magnum Opus by Padma Shri Kailash Kher, an ode to the magnificence of Lord Shiva and the Kedarnath Dham, featuring legends such as Padma Vibhushan Amitabh Bachchan, Padma Shri Suresh Wadkar, Padma Shri Anup Jalota, Padma Shri Hema Malini, Padma Shri Sonu Nigam, Padma Shri Kailash Kher, Padma Shri Anandam Sivamani, Padma Shri Shankar Mahadevan, Padma Shri Prasoon Joshi, Shreya Ghoshal, Shaan, Babul Supriyo and Arijit Singh on 1 song in India’s biggest musical collaboration ever! This groundbreaking initiative has received unwavering support from the JSW Group, who shares in Padma Shri Kailash Kher’s vision of blending music, spirituality and cultural heritage. _______________________________________________________________ JAY JAY KEDARA CREDITS: Lyrics & Composition : Kailash Kher Music Arrangement: Aakash Patwari Music production: Neil Andrew Video & Publicity Designs : Abhinay Soni Rhythm and Percussions: Sivamani Additional Rhythm: Sanket Naik Woodwinds: Tejas Vinchurkar Guitars: Sanjoy Das Strokes: Pradipta Sengupta Bass Guitar: Naresh Kamath Recording Engineer: Niraj Singh & Ayush Mixed and Master: Niraj Singh KEPL Team : Satish Iyer, Franco Bhalla, Kevin Martin, Kalindi Shah, Lakeesha Raj, Recording Studio: Kailasa Studio Record Label: Kailasa Records Music Distribution: ______________________________________________________________________ JAY JAY KEDARA LYRICS: ओमकारा.. ओमकारा.. ॐ कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।। ॐ पद्मासन में ध्यान लगाए मौन है वीराने में तपता योगी कौन है पद्मासन में ध्यान लगाए मौन है वीराने में तपता योगी कौन है नाद न कोई तारा डमरू कभी कबारा अधमूंदी आंखों से सब देख रहा संसारा नाद न कोई तारा डमरू कभी कबारा अधमूंदी आंखों से सब देख रहा संसारा जो नाथों के नाथ कहाते या चकभूति बेल चढ़ाते जा तक झूम झूम के गाते ओमकारा जो नाथों के नाथ कहाते या चकभूति बेल चढ़ाते जा तक झूम झूम के गाते ओमकारा अर्धचंद्र माथे पे साजे वक्षस्थल कपाल विराजे जटाचक्र से बहती निर्मल शिवधारा हर हर शिव शम्भू जय जय केदारा हर हर शिव शम्भू जय जय केदारा हर हर शिव शम्भू जय जय केदारा हर हर शिव शम्भू जय जय केदारा जल थल अगन समीर छाँव और धूप है जल थल अगन समीर छाँव और धूप है बियाबान और सन्नाटा ही शिवरूप है कभी सर्जन हो या कभी विध्वंशक देव हैं शाम सलोने रुद्र रूप महादेव हैं कभी परकट हो जाते पर्वत के वेश में कही भयावह और विक्राली वेग में अनहत के सुन दाजे बाजे देव असुर एक पांव पे नाचे भस्म रमाके बहुरूपी शिव गुणकारा अनहत के सुन दाजे बाजे देव असुर एक पांव पे नाचे भस्म रमाके बहुरूपी शिव गुणकारा हर हर शिव शम्भू जय जय केद&#
Back to Top